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Mr. Piyush Sharma,
Associate Director,
CSED, GLA & Trustee, Shiksha Kayakalp
Volunteer,
GLA, UPS Jaint,
Mathura

“यहाँ बहुत ही सुखद अनुभव रहा। बच्चे उत्साही, प्रतिभाशाली और जीवन से भरपूर हैं। विषयों को सीखने के लिए जो दीवार पर चित्रात्मक गतिविधियाँ दी गयी हैं , वे निश्चित रूप से बच्चों की उपलब्धि में वृद्धि करेंगी।”

- लता पाण्डेय , एसोसिएट प्रोफेसर, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, NCERT , नई दिल्ली

“Excellent school. Very innovative teaching methods. Can see the happiness in the kids of the school.”

- Rama Govindraju, Google USA

“यहाँ बच्चों को पेंसिल, रबर, कॉपी, भारी बस्ते कुछ लाने की ज़रूरत नहीं है, बस एक चाक दे दी और वो खुद ही दीवारों पर अपनी मनपसंद गतिविधि कर रहे हैं। और हर दिन कुछ न कुछ नया सीख रहे हैं, यहाँ तक कि हम भी इन designs पर काम करते हुए या बच्चों को बताते हुए कुछ नया हर बार सीख रहे हैं। पढाई ऐसी भी हो सकती है , हमने सोचा ही नहीं था .....”

- Dhannapur teachers’ feedback after implementation of Panini MOT in their school

“I observed the school and found innovative ideas converted into action which is highly appreciable. The way by which education is imparted to the students of this school will definitely create a healthy citizen of the country.”

- D K Modi, Principal, JNV, Bokaro

“The dream school of my opinion came into existence in the form of Kisalaya Vidya Mandir. It has been found to be the model of the nation. It is not an exaggeration because I have seen God playing in this school. It is not a school but a paradise where there is only happiness.”

- Shivaji Chatse, Professor, Wardha

“Involvement of students in activities, peer group learning, self-learning are visible and appreciable.”

- JEPC Team

“A school which could act as model school, many innovations could be replicated in our government schools and other public schools too.”

- Jayant Mishra, DSE cum DPO, Education Deptt, Ranchi, Jharkhand

“विद्यालय में शिक्षण पाणिनि पद्धिति से किया जा रहा है। प्रत्येक वर्ग की कक्षाओं में छात्र-छात्राओं एवं शिक्षक बिना किसी दबाव के अध्ययन अध्यापन कार्य कर रहे हैं। खेलकर सीखना , समझ विकसित कर स्वयं से निष्कर्ष पर पहुँचना छात्र -छात्राओं लिए बेहद रोचक है। सबसे खास एवं महत्वपूर्ण बात है बिना अत्यधिक खर्च के शिक्षण सामग्री तैयार करना। इस विद्यालय में आने के पश्चात् शिक्षा के प्रति एवं शिक्षण पद्धति अनोखा अनुभव प्राप्त हुआ। यह व्यवस्था अनुकरणीय है।”

- प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी , अनगड़ा , झारखंड

“This Vidyalaya is just like gurukul, one family. This model should be developed in all towns and villages. Due to this model, children do not need separate tuition after school. They learn everything practically and understand everything by themselves.”

- Sunder Lakshman, RSB

“रवींद्र नाथ टैगोर ने कहा ने कहा था nature has everything in it to make children learn. इस कथन को अक्षरशः इस विद्यालय में उतारा गया है। स्कूल का ambience तथा creative और learning skill develop करने के लिए activity design करना काफी सराहनीय प्रयास है। साथ ही new education policy में जो मूलभूत बातें शिक्षण पद्धिति के बारे में बताई गईं , यहाँ का शिक्षण बिलकुल अनुरूप है।”

- Rinku Kumar, Deputy Collector

“इस पद्धिति से हमारा होमवर्क देना , जाँच करना , परीक्षा लेना सभी काम बहुत आसान हो जाते हैं. एक ही समय पर बहुत सारे बच्चे अलग अलग डिज़ाइन पर काम कर सकते हैं। हमारा स्टेशनरी व् शिक्षण सामग्री को बाँटना और रखने का काम भी घट गया है। कौन सा बच्चा कहाँ गलती कर रहा है record रख सकते हैं।”

- अध्यापक , GLA, मथुरा

“यहाँ हमने विज्ञान के प्रयोग, श्याम पट्ट पर इस्तेमाल होने वाले क्रिया कलाप, खेल - खेल में सीखे जाने वाले विषय एवं कक्षा में लाये जाने वाली शिक्षण सामग्री का सही प्रयोग देखा जिसमे हर एक बच्चे की क्षमताओं को नई दिशा मिलेगी और उसके ज्ञान का सही आकलन भी हो सकेगा।”

- शिक्षिका, चिरंजीवी पब्लिक स्कूल